लक्ष्मी इंटरनेशनल स्कूल में, हम शिक्षा को संपूर्णता में मानते हैं जो पारंपरिक सीखने से परे जाती है। हमारी कक्षा VII A के लिए “हस्तनिर्मित वस्तु बाजार” गतिविधि, जो पाठ “मिठाईवाला” से प्रेरित है, इस दृष्टिकोण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
उद्देश्य:
- वस्तुओं का क्रय और विक्रय सीखना: छात्र बाजार लेनदेन की प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझेंगे, जिससे उन्हें वस्तुओं की खरीद और बिक्री का मूल ज्ञान प्राप्त होगा।
- सृजनात्मक और कलात्मक कौशल का विकास करना: छात्र हस्तनिर्मित वस्तुएं बनाकर अपनी सृजनात्मकता और कलात्मकता को बढ़ावा देंगे।
- वस्तुविनिमय जानना: यह गतिविधि छात्रों को वस्तुओं के आदान-प्रदान की प्रक्रिया से परिचित कराएगी।
- व्यवसायिक ज्ञान प्राप्त करना: छात्र लाभ, हानि, मूल्य निर्धारण और ग्राहक सेवा जैसी व्यापारिक अवधारणाओं को सीखेंगे।
- मेहनत और समय की अहमियत जानना: यह गतिविधि छात्रों को मेहनत और समय प्रबंधन के महत्व को समझाएगी।
यह कार्यक्रम छात्र की रचनात्मकता और उद्यमिता का एक जीवंत प्रदर्शन था। स्कूल का प्रांगण रंगीन स्टालों से भरा हुआ था जहां छात्रों ने अपनी हस्तनिर्मित वस्तुएं प्रदर्शित की और बेचीं। इस इंटरैक्टिव अनुभव ने उनकी संप्रेषण, बातचीत और टीम वर्क कौशल को बढ़ावा दिया।
हस्तनिर्मित वस्तु बाजार एक मूल्यवान शैक्षिक उपकरण था जिसने सृजनात्मकता को व्यापार के साथ जोड़ा। हमारी कक्षा VII A के छात्रों ने व्यावहारिक ज्ञान, सृजनात्मक कौशल और मेहनत व टीम वर्क के महत्व को समझा। लक्ष्मी इंटरनेशनल स्कूल में, हम अपने छात्रों को वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करने के लिए विविध सीखने के अनुभव प्रदान करना जारी रखते हैं।